बहती हवाओं से सीखा है
उड़ती घटाओं से सीखा है
बरसते पानी से जाना है
झूमती बहारों ने माना है
की प्रेम सिर्फ़ कल्पना है
ये सच्चाई से परे है
अन्धकार है, धोखा है
ये असहज है,अनैतिक है
ये सिर्फ़ जोश है, जीवन का एक दोष है
शायद किसी की कल्पना है
जीवन के मूल्यों से जाना है
की इस जीवन का कोई मूल्य नही
सब रिश्ते नाते झूठे हैं
सब निरार्थ है, सब स्वार्थ है।
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