December ki ek haseen raat mere saath
Kohre ki agli subah aur woh mili kisi aur ke saath
Na jane kya tha uske milne julne ka ye silsila
Har barsaat mein mili har baar ksis aur ke saath
Kyon samjhaate ho mujhe mere dil mein koi dard nahi
Mera to dil hi chala gaya us bewafa ke saath
Sapnoo ka yun tootna ankhon mein ab bhi chubhta hai
waqt bhar dega zakhm saare, jee rahe hain hum is Aas ke saath
Tum manaao jashn ki ab raton raat diwali hai
Apna to ek dard ka rishta hai is kali raat ke saath
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