Aaj phir kuch likhane ka mann kar raha hai
purane ghav kuredane ka mann kar raha hai
kis kis ka chuta haath mere haath se
piche mud ke dekhane ka mann kar raha hai
Kahan jaate hain pareende is raat ke hote
aaj raat jag ke dekhane ka mann kar raha hai
wo diya jo khud jalkar roshani de raha hai
aaj phir jalkar dekhane ka mann kar raha hai.
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